ये आदिवासी है कोई बामण नहीं सवर्ण भी नहीं ये तो पैदा होते हैं मरते हैं इनका कोई मोल
बाप के कंधे पर अपनी माँ की लाश फफक के रोती लड़की.. ये सब देख आपकी बाजू नहीं फड़की कमाल है भाई गाय की लाश देख तो आंतें निकालने को तैयार थे ओह समझ गया ये आदिवासी है कोई बामण नहीं सवर्ण भी नहीं ये तो पैदा होते हैं मरते हैं इनका कोई मोल होता ही नहीं