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Showing posts from March, 2016

सिर्फ भारत माता कि जय बोलके हम कैसे देश भक्त बन सकते है?

लाखो लोग जो रोड पे कचरा करते है वो कचरा साफ करने के करोडो  रुपये ख़र्च करने पड़ते है  क्या ये लोग देश भक्त हो गए क्या इनको सिर्फ भारत माता की जय बोलने पर देश भक्त माना जाय हमारे देश लाखो लोक जो हर रोज मर पिटाई करते समय माँ ,बहन  पर गली देते है क्या इनको सिर्फ भारत माता की जय बोलने पर देश भक्त  माना जाय अपने देश में हर रोज लाखो महिला पे अत्याचार करने वाले को क्या  भारत माता की जय बोलने पर हम उसे देश भक्त समजे देश में आज लाखो लोग शराब पीके गाड़ी चलते है,बिना हेल्मेट के लाखो लोग गाड़ी चलते है हमारी सरकार इनके ऊपर करोड़ो रुपए खर्चा कर रही है  क्या हम इनको भारत माता की जय बोलने पर देश भक्त  सरकारी बैंको से करोड़ो का कर्ज़ा लेके देश की अर्थवेवस्था खरब करने  वाले लोग अगर भारत माता की जय बोलेंगे तो क्या हम इनको देश भक्त कहेंगे  लोगोको देश प्रेम क्या है शिखाणे से पाहिले हमें खुद को सोचने की  जरुरत है हम देश के लिए क्या कर रहे है क्या हमने कभी किसी महिला का  सम्मान किया है किसी को कभी बुरी नज़र से नहीं देखा,हम रास्ते पर 

इनका क्या है मजब

हर धर्म की एक ही परी भाषा है लोगो की सेवा करना,भूके को खाना खिलाना ,हमारे हर धर्म के  ठेकेदार ,नेता  गण सत्ता में तो है क्या वो कभी अपने धर्म का पालन करते है , हमारा देश साफ सफाई ,सभी चीजो से आज़ाद तो हो रहा है लेकिन इनको कब आज़ादी मिलेगी  आज इनके पास देश का कुछ नहीं। है कोई डॉक्यूमेंट नहीं ,इनका क्या है मजब, इनके कोई नहीं है क्या ठेकेदार,देश भक्त ,इनको कब मिलेगी देश में आज़ादी ,आज ये फुटपाथ तो कल दूसरी कब तक  ये लोग भटकेंगे ,हमारे धर्म के विरुढ कोई बोलता है तो हमारा खून खोलता है लेकिन हमारे धर्म के लोग भूके मरते है ,शिक्षा से वंचित रहते है,तब हमारा खून क्यों नहीं खोलता.   Add captiohttp://realgodofindia.blogspot.in/n http://realgodofindia.blogspot.in/ http://realgodofindia.blogspot.in/

रोहित की लड़ाई हम हार गए.

मेरा सभी मेरे जागृत भीम सैनिकों जय भीम आज मुझे लग रहा है कि हम रोहित की लड़ाई हार गए हैं क्योंकि आज  रोहित की लड़ाई  देश में हम नहीं लड़ रहे हैं लड़ रहा है वह एक स्टूडेंट , कन्हैया कुमार उसने  पूरी सरकार को हिला दिया है और वह सच्चा है इसलिए देश के टॉप लेवल के यूनिवर्सिटी उसका साथ दे रही  हैं .और हम हमारे देश में जो एक लड़का पूरी सरकार के खिलाफ लड़ रहा है जातिवाद खत्म होनी चाहिए इसके लिये लड़ रहा है रोहित को इंसाफ मिलना चाहिए उसके लिये लड़ रहा है और हम लोग क्या कर रहे हैं हम लोग उसको सपोर्ट नहीं कर रहे कुछ नहीं लेकिन सामने वाले लोग इस को बदनाम करने के लिए कितने वीडियो गंदे मैसेज कुछ भी झूठी खबर उसके खिलाफ बनाकर जो आज का जो मीडिया है सोशल मीडिया facebook और whatsapp के द्वारा लोगों को गुमराह कर रहे हैं क्योंकि सरकार के पास उसके खिलाफ कुछ भी सबूत नहीं है  तो आपको थोड़ी सोचने की जरूरत है क्योंकि सामने वाली आज की जो सरकार है वो हिल गई है क्योंकि उनका जो अजंटा था सभी को पता है कि वह देश में क्या चाहते हैं संविधान निकल कर रामायण,महाभारत चाहती है . लेक

बाबासाहेबांना हे माहित होत की स्त्रियांच्या सहभागा शिवाय समाज परिवर्तनाची चळवळ यशस्वी होऊन शकत नाही असा त्यांचा दृढ विश्‍वास होता भारतीय राज्यघटनेत पुरुषांच्या बरोबरीने सर्व हक्क स्त्रियांना देण्यामध्ये बाबासाहेब आग्रही होते

बाबासाहेबांना हे माहित होत की स्त्रियांच्या सहभागा शिवाय समाज परिवर्तनाची चळवळ यशस्वी होऊन शकत नाही असा त्यांचा दृढ विश्‍वास होता भारतीय राज्यघटनेत पुरुषांच्या बरोबरीने सर्व हक्क स्त्रियांना देण्यामध्ये बाबासाहेब आग्रही होते. बाबासाहेबांनी लिहिलेल्या घटनेच्या कलम १४ नुसार  देशातील सर्व स्त्री पुरुषास कायद्याने समान ठरविले व तिला स्वातंत्र्य उपभोगण्याचे समान हक्क दिले. एवढेच नव्हे तर घटनेच्या कलम ३१ (घ) नुसार स्त्री आणि पुरुषास असे दोघानांही समान कामाबद्दल समान वेतनाचा अधिकार दिला... हिंदू कोड बिल (महिला हक्क कायदा) मंजूर होत नाही म्हणून केंद्रिय कायदा मंत्रीपद सोडणारे बाबासाहेब स्त्री हक्कांबाबत कोणतीही तडजोड करायला तयार नव्हते. मनुस्मृतीमध्ये स्त्री म्हणजे पापाची खाण असं त्या हरामखोर मनु ब्राहम्ण  लिहून ठेवल्यामुले. आमच्याच बहिणी आमच्यासाठी शत्रू होत्या. बाबासाहेबांनी हिंदू कोडबिलाचा कायदा जर तयार केला नसता तर, आजही अनेक कर्तृत्ववान स्त्रिया रांधा, वाढा, उष्टी काढा यातच संपून गेल्या असत्या. २० जुलै, १९४२ रोजीच्या भाषणात ते म्हणाले होते, ‘‘तुमच्या मुलामुलींना शिक्षण द्या

बाबासाहेब आंबेडकर के बजेसे आज भारतीय रिजर्व बैंक ,कामगार व्यवस्था चल रही ही फिर भी ऐ लोग उनके वेबसाइट पे बाबासाहेब आंबेडकर के योगदान का जिक्रतक नाही करते सभी बाबासाहेब आंबेडकर के अनुयायी को अनुरोध करता हू कि ऐ संदेश सभी तक पाहोचये जय भारत जयभीम

बाबासाहेब आंबेडकर के बजेसे आज (1) भारतीय रिजर्व बैंक  ,(2) कामगार व्यवस्था चल रही है फिर भी ये लोग उनके वेबसाइट पे बाबासाहेब आंबेडकर के योगदान का जिक्रतक नाही करते सभी बाबासाहेब आंबेडकर के अनुयायी को अनुरोध करता हू कि ऐ संदेश  सभी तक पाहोचये . आपको लागता है ऐसा होणा चाहिये कृपया आपकी राय दे जय भारत जयभीम 1) भारतीय रिजर्व बैंक : बी आर अम्बेडकर 1935 में भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है यह डॉ अम्बेडकर द्वारा प्रदान की दिशा निर्देशों के आधार पर बनाई गई थी। अपनी पुस्तक 'रुपया-अपने मूल और इसके  समाधान की समस्या' व्यापक रूप से भारतीय रिजर्व बैंक के गठन के दौरान भेजा गया था। 2) कामगार विभागा: बहुत खूब डॉ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा किए गए योगदान फैक्टरी काम के घंटे में कटौती (8 घंटे ड्यूटी): आज प्रति दिन भारत में काम के घंटे के बारे में 8 घंटे का होता है। हम नहीं जानते कि कितने भारतीयों को पता है, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर भारत म