इनका क्या है मजब

हर धर्म की एक ही परी भाषा है लोगो की सेवा करना,भूके को खाना खिलाना ,हमारे हर धर्म के  ठेकेदार ,नेता
 गण सत्ता में तो है क्या वो कभी अपने धर्म का पालन करते है , हमारा देश साफ सफाई ,सभी चीजो से आज़ाद तो हो रहा है लेकिन इनको कब आज़ादी मिलेगी 

आज इनके पास देश का कुछ नहीं। है कोई डॉक्यूमेंट नहीं ,इनका क्या है मजब, इनके कोई नहीं है क्या ठेकेदार,देश भक्त ,इनको कब मिलेगी देश में आज़ादी ,आज ये फुटपाथ तो कल दूसरी कब तक
 ये लोग भटकेंगे ,हमारे धर्म के विरुढ कोई बोलता है तो हमारा खून खोलता है लेकिन हमारे धर्म के लोग भूके मरते है ,शिक्षा से वंचित रहते है,तब हमारा खून क्यों नहीं खोलता.  
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