डॉ बाबासाहेब आंबेडकर इन्होंने जो सपना देखा था एक दिन मेरा समाज पड़ेगा लिखेगा?

डॉ बाबासाहेब आंबेडकर इन्होंने जो सपना देखा था एक दिन मेरा समाज पड़ेगा लिखेगा और यही पढ़े लिखे लोग आगे जाकर मेरे समाज को अच्छा सही रास्ता दिखाएंगे और इनको गलत चीजों में जो भटक रहे हैं उनको सही रास्ता दिखाएंगे मेरा यह पढ़ा-लिखा समाज एक दिन अपने हक के लिए जरूर लड़ेगा और सभी लोगों को एक साथ लेकर आगे जाएगा लेकीन कुछ लोगोने बाबासाहेब आंबेडकर को धोका दिया पड लिखकर देश छोड़कर चले गए ,गदार हो गए
    कुछ  लोग तो बाबासाहेब आंबेडकर का नाम लेके राजनीती कर कर के ना घर के  ना घाट के हो गए
हमारे समाज को ब्राहमण वादी को बेच दिए ,खुद पैसे के लालच से गिरवी हो गए ,जो बाबासाहेब आंबेडकर ने  दिन रात  मेहनत करके समाज को एक किये थे वो समाज को इन्होने अपने खुद के हित के लिए बाट दिया , 500 सालो से जिन्होंने  इनको पानी को छूने का हक्क नहीं दिया था  आज उसीकी गुलाम हो बैठे
2016 आज 140 साल बाद बाबासाहेब आंबेडकर का सपना पूरा करने के लिए ,अपने समाज के  हक्क के लिए लड़ने के लिए ,किसी के नीछे पैसे के लिए गुलामी नहीं करने वाले ,अपने समाज को सही रास्ता दिखने वाले ,ब्राहमणवाद खत्म करने वाले,
पुरे समाज को समान अधिकार दिलाने वाले ,समाज के हित के लिए अपनी जान तक देने वाले
    रोहित वेमुला
कन्हया,दिपसिता धार , ऐसी पीड़ि सामने आने लगी है
ऐ पीढ़ी देश के हर नागरिक को उसका हक्क देकर रहही हे पीड़ि सिर्फ बाबासाहेब के विचारो को आगे लेके जाने की बात करती है
आतंकवाद खत्म करने की बात करती है
सभी का हक्क मांगने की आजादी की बात करती है
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